आकर्षण का विवरण
सेंट मैरी के रोमन कैथोलिक चर्च की स्थापना, जो वेरखनी कोरोपेट्स गांव में स्थित है, 1704 में हुई थी। इसकी उपस्थिति इस तथ्य से जुड़ी थी कि उस समय जर्मन उपनिवेशवादियों का एक बड़ा समूह इस स्थान पर बस गया था, जिसने यहां एक मंदिर की स्थापना की थी। 19 वीं शताब्दी में चर्च ने अपना वर्तमान स्वरूप प्राप्त कर लिया। मंदिर के सख्त रूप, बाहरी सजावट का अभाव इस धार्मिक इमारत को बेहद मामूली रूप देता है। यह वे विशेषताएं थीं जो उस समय के पश्चिमी यूरोपीय चर्चों की विशेषता थीं। एक क्रॉस के साथ ऊंचे टॉवर के शीर्ष पर होने के बावजूद, इमारत क्षेत्र, पैरिशियन और आगंतुकों पर हावी नहीं होती है। वास्तुशिल्प पहनावा अपने आसपास की दुनिया के साथ पूर्ण सामंजस्य में है, जिससे एक तरह का, "हल्का" प्रभाव पड़ता है।
आज मंदिर सबके लिए खुला है। कई पर्यटक और स्थानीय पैरिशियन दोनों यहां आते हैं, जो मंदिर में महसूस की गई शांति और शांति से आकर्षित होते हैं। यहां आप भगवान से प्रार्थना कर सकते हैं, या आप केवल शानदार वास्तुकला और आंतरिक सजावट की प्रशंसा कर सकते हैं, लेकिन किसी भी मामले में, मंदिर किसी को भी उदासीन नहीं छोड़ता है। प्रमुख धार्मिक छुट्टियों के दौरान मंदिर विशेष रूप से गंभीर दिखता है।